इंटरनेशनल कुरआन न्यूज एजेंसी (IQNA) ने डेक्कन क्रोनिकल न्यूज एजेंसी के मुताबिक बताया है कि भारत के शहर हैदराबाद के इस्लामिक स्कूल के स्नातक, इंटरनेट का इस्तेमाल कर स्काइपे के माध्यम से अन्य देशों जैसे ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त राज्य अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब में रहने वाले भारतीय बच्चों को इस्लामी और कुरानी शिक्षा को स्थानांतरित करते हैं।
इन स्कूल के एक स्नातक छात्र उम्मुल फज़्ल ने कहा कि "केवल एक चीज की जरूरत है वोह है कंप्यूटर की बुनियादी जानकारी और वीडियो चैट का उपयोग करना है।
हैदराबाद में एक इस्लामिक स्कूल तालीमुल बनात के संस्थापक मोहम्मद हसनुद्दीन कहते हैं कि कि विदेशों में रहने वाले भारती इस्लामिक और कुरआनी विज्ञान की पढ़ाई आसानी से उपलब्ध नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि विदेशों में भारतीय परिवारों के लिए एक उस्ताद के इन्तेज़ाम के लिए बहुत अधिक लागत लग़ती है। यही कारण है कि परिवार ऑनलाइन उस्ताद पसंद कर रहे हैं