IQNA की रिपोर्ट, अल-सुमरियह न्यूज के हवाले से,इमाम हुसैन (अ.स.) की दरगाह पर शुक्रवार की प्रार्थना प्रवचन में अयातुल्ला सैय्यद अली सिस्तानी के प्रतिनिधि शेख अब्दुल महदी कर्बलाई, ने आज के प्रदर्शनों और स्थिति के बारे में आयतुल्लाह ख़िस्तानी के कथन का पाठ पढ़ा।
अयातुल्ला सिस्तानी ने एक बयान में कहा: "इराकी इतिहास के इस महत्वपूर्ण मोड़ में कि हम बगदाद और कई अन्य प्रांतों में बड़े पैमाने पर प्रदर्शनों के गवाह हैं, प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का पालन करने का आह्वान किया और अपने विरोध को अनुमति न दें कि हिंसा, उग्रवाद और तोड़फोड़ से बदल जाऐ।
बयान में प्रदर्शनकारियों से सुरक्षा बलों पर हमला करने से बचें, सार्वजनिक और निजी संपत्ति की की रक्षा करने और राज्य संस्थानों और नागरिकों या किसी अन्य संस्था की संपत्ति पर हमला न करने का आग्रह किया गया।
बयान में जोर देकर कहा गया कि विरोध प्रदर्शनों के दौरान सुरक्षा बलों पर हमला करना और सार्वजनिक और निजी संपत्ति को जलाना और नष्ट करना कानूनी और धार्मिक रूपसे गलत है, शांतिपूर्ण प्रदर्शनों के सिद्धांतों के विपरीत है, और प्रदर्शनकारियों को उनकी वैध मांगों को प्राप्त करने से रोक देता है।
करबला में शुक्रवार के उपदेशों में अयातुल्ला सिस्तानी के प्रतिनिधि ने कहा कि इस बयान में इराक़ी धार्मिक प्राधिकरण ने प्रदर्शनकारियों से अपने गुस्से को नियंत्रित करने का आग्रह किया और अनुमति न दें कि यह क्रोध स्थित के बिगड़ने और निजी व सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान का सबब बने और इसी तरह प्रदर्शनकारियों को अपने अंदर घुसपैठियों को घुसपैठ करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।
एक बयान में, इराकी धार्मिक प्राधिकरण ने इस बात पर जोर दिया है कि देश के प्रबंधन में वास्तविक सुधार और अनुकूल बदलाव शांतिपूर्ण तरीकों से हासिल किए जाने चाहिए, और यह तभी होगा जब इराकियों को उनकी मांगों में एकजुट रखा जाऐ।
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